तोड़ कर दिल मेरा जाओगे तुम कहाँ
गर चले तुम गये आओगे फिर यहाँ
दिल मेरा बन गया घर तेरा जाने जां
छोड़ घर चैन तुम पाओगे फिर कहाँ
छोड़ते हम नहीं थाम कर हाथ फिर
जान लो तुम भी ये जानते सब यहाँ
प्यार जो कर लिया, कर लिया कर लिया
झांकते फिर नहीं हम यहाँ औ वहाँ
मिल गये तुम अगर तो समझ लेंगे हम
पा लिया है ख़ुदा, पा लिया है जहाँ
दो दिलों के मेल को देखता जब ख़ुदा
झूमता नाचता वो यहाँ से वहाँ
प्यार ने कर दिये साथ हम और तुम
ख़ुश है निर्मल वर्ना तुम कहाँ हम कहाँ
Friday, October 29, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
nice...
ReplyDelete