नव वर्ष की सबों को
बधाई हो बधाई,
सुहानी भोर अपने संग
सूरज आस का है लाई,
बीते पल और
बीती बातें
सुख के दिन या
ग़म की रातें,
पीछे छोड़
सबको अब
चली नई फिर से
पुरवाई
अपने ख़्वाबों के
ख़ुदा से सुन
मांगता क्यों
हर घड़ी हर क्षण,
रास्तों पे
चल के देख
कली दिल की
मुस्कुराई,
तुम बीज प्रेम के
बिखेर दो
दिल पे लिखा ये
संदेश देख लो,
हर पंखुड़ी हसीन
नव धरा पे
खिल रही
है भाई,
नव वर्ष की
बधाई हो
बधाई...
Tuesday, December 29, 2009
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नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteसमीर लाल
उड़न तश्तरी
नव वर्ष की आपको भी बहुत बधाई..
ReplyDeleteशैलजा